डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने आज पी.एम विश्वकर्मा योजना संबंधी अलग-अलग विभागों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने जिले के समूह ब्लाक विकास व पंचायत अधिकरियों, और ई.ओज को हिदायत जारी की कि इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार किया जाए व योग्य व्यक्तियों की रजिस्ट्रेशन करवाई जाए ताकि आम लोगों तक इस योजना का लाभ पहुंच सके।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि भारत सरकार की ओर से पिछले दिनों विश्वकर्मा दिवस के दिन पी.एम विश्वकर्मा योजना शुरु की गई थी। इस योजना के अंतर्गत जिले के शिल्पकारों व कारीगरों की आनलाइन रजिस्ट्रेशन कर उचित प्रशिक्षण मुहैया करवाया जाएगा व टूल किट्स उपलब्ध करवाई जाएंगी। उनके कौशल को उत्साहित करने व स्व रोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए 5 प्रतिशत ब्याज पर ऋण मुहैया करवाया जाएगा।
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि सरकार की ओर से इस योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन शुरु की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ मुहैया करवाने के लिए गांवों व शहरों में बने कामन सर्विस सैंटर(सी.एस.सी) के माध्यम से योग्य शिल्पकारों व कारीगरों की ओर से रजिस्ट्रेशन करवाई जा सकती है और इस योजना संबंधी जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से जिले में अलग-अलग कैंप भी लगाए जाएंगे ताकि योग्य व्यक्तियों को इस योजना के बारे में जागरुक किया जा सके।
जिला उद्योग केंद्र के जनरल मैनेजर अरुण कुमार ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत 18 तरह के धंधे शामिल किए गए हैं, जिसके साथ जुड़े कारीगर इस योजना का लाभ ले सकेंगे जैसे कि बढ़ई, किश्ती बनाने वाले, हथियार साज, लोहार, टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, माला बनाने वाले, दर्जी, धोबी, गुडिय़ा व खिलौने बनाने वाले, नाई, मछली पकडऩे के लिए जाल बनाने वाले शामिल है।
बैठक में अजय कौशल सेठू, निपुण शर्मा, जतिंदर सैनी के अलावा अलग-अलग ब्लाकों के बी.डी.पी.ओज, नगर पंचायत व नगर कौंसिल के अधिकारी, पंजाब कौशल विकास निगम, सी.एस.सी व लीड जिला मैनेजर भी उपस्थित थे।